Friday, May 15, 2020

Radha soami beas 2020 updates

                                बहुत ही प्यार भजन है :-




एक सच्ची साखी 

हजूर महाराज जी,एक बार श्रीलँका,सत्सँग हेतु गये।जहाँ हजूर का सत्सँग होना था,उस 

ऐरिये मे,अचानक करफ्यू लग
गया जी।
जिस मुख्य सेवादार ने
बाबा जी को साथ लेके जाना था
यानिकि recieve करना था वो भी,एक आर्मी का अफसर था।
वो दौङ कर अपने उच्च अधिकारी से मिला ओर विनती
की,मेरे सतगुर आ रहे है क्रिपा करके, उनकी तलाशी मत लेना जी,और क्रिपा करके,आप इस रास्ते का दरवाजा खुलवा दें।
उच्च अधिकारी ,एक क्रिशचन था।
उच्च अधिकारी ने कहा कि भाई तलाशी तो जरुर लेनी होगी ,कयोंकि सरकार का हुकम है,चलो
मै किसी को न भेजकर ,स्वयँ ही
चैक करुँगा जी।इतनी बातचीत हो
ही रही थी कि हजूर की गाड़ी आकर रुकी, और हजूर ने धीरे
धीरे कार का शीशा खोला,ओर जैसे ही उस क्रिशचन उच्च अधिकारी ने बाबा जी के दर्शन किए,वो अपनी सुध बुद्ब खो बैठा
उसने फोरन कान पर वायरलैस फोन को लगा कर,आदेश दिया,
It,seems,that,Jesus"has come,on the earth,open the every door.
ऐसा लगता है कि
मेरा जीसस भगवान जमी पर आ
गया है मेहरबानी करके सब दरवाजे खोल दिए जाँए ....

राधास्वामी जी




साई  बुल्लेशाह  जी  कहते  हैं  कि  ईश्वर  से  मिलने  की  इच्छा  रखने  वाले  व्यक्ति  को  यह  जानना  चाहिए  कि  प्रियतम   अपने  भीतर  बैठा  है  ,  लेकिन  इस  मोह माया  की  दुनियां  में  फंसा  प्राणी  उसे  नहीं  देख  सकता ।  जीव  को  अपने  नाम  का  अनुकरण  करना  चाहिए  और  रचना  के  प्रेम  के  बजाय  रचनाकार  से  प्यार  करना चाहिए ।   मनुष्य  के  संकट  का  सबसे  बड़ा  कारण  यह  है  कि  वह  भक्त  बनने  के  बजाय ,  एक  देवता  बन  गया  है :  " बुल्ला  रब  बन  अप्पन ,  तड़  दुनी  दे  पाय  सेपे " ।  अहंकार  का  त्याग  करके  ही  मनुष्य  इस  संकट  से  मुक्त  हो  सकता  है :


राधास्वामी जी





हो के शर्मिन्दा गुनाहों से,कभी सर को झुका तो सही..वो करेगा माफ़ तुझे,दो अश्क़ बहा तो सही..न रहेगा तू मोहताज कभी किसी का.अरे नादान अपने हाथ उठा के
दामन फैला तो सही.... 


।। राधास्वामी जी ।।






सिमरन दी पौड़ी चढ़के,

चलो सतगुरु नूं मिल आइये।
सिमरन दे विच ही अपना,
स्वाँस स्वाँस बिताइये।।
करके सिमरन सच्चे नाम दा,
सोहणे सतगुरु नूं रिझाइये।






सिमरन करो जी

राधा स्वामी जी


हम सभी मुक्ति के लिए संघर्ष कर रही आत्माएं हैं।हमें "नाम" दिया गया है तो इसका यह अर्थ है कि "परमात्मा" हमें अपने पास वापस बुलाना चाहता है जब यह उसकी इच्छा ह तब हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से कौन रोक सकता है?
भजन-सिमरन करना होगा जी





गुरु का ड़र रहेगा तो इंसान
गुनाहो से बचता रहेगा
गुरु
का दर रहेगा तो उसकी
रहमते बरसती रहेगी




ईश्वर दुनिया का
             सबसे बड़ा वैध है,
                      और ..
             प्रार्थना दुनिया की
           सबसे कारगर दवाई !!


                                               🙏☺️राधा स्वामी जी ☺️🙏

No comments:

Post a Comment

Radha Soami Ji

राधास्वामी जी

हर  नामें  तुल  न  पुजई सभु  दिठी  ठोक  बजाय सच्चे  नाम  के  सिवा  कोई  पूजा  नहीं । चाहे  कितने  पुन्य  दान  करो , मंदिरों ,  मस्जिदो...